INTERNATIONAL JOURNAL OF NOVEL RESEARCH AND DEVELOPMENT International Peer Reviewed & Refereed Journals, Open Access Journal ISSN Approved Journal No: 2456-4184 | Impact factor: 8.76 | ESTD Year: 2016
Scholarly open access journals, Peer-reviewed, and Refereed Journals, Impact factor 8.76 (Calculate by google scholar and Semantic Scholar | AI-Powered Research Tool) , Multidisciplinary, Monthly, Indexing in all major database & Metadata, Citation Generator, Digital Object Identifier(DOI)
सारांश
‘ तारसप्तक ’ की भूमिका हिन्दी - साहित्य में नवीन अवधारणाओं का घोषणा - पत्र कही जा सकती है जिसने परम्परा , आधुनिकता , प्रयोग - प्रगति , काव्य - सत्य , कवि का सामाजिक दायित्व , काव्य - शिल्प , काव्य - भाषा , छन्द आदि की तमाम बहसों को पहली बार उठाकर साहित्यालोचन को मौलिक स्वरूप दिया। पहले ‘ प्रतीक ’ फिर ‘ नया प्रतीक ’ तथा ‘ श्वा ’ का सम्पादन करते हुए उन्होंने अनेक नयी प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर दिया। अपने परवर्ती अनेक रचनाकारों पर उनका अमिट प्रभाव देखा जा सकता है। अज्ञेय के साहित्य - चिन्तन की सार्थकता इस विचार में है कि वह समकालीन चिन्ताओं , प्रश्नाकुलताओं और चुनौतियों को ही नहीं , नयी सर्जनात्मक सम्भावनाओं की ओर हमें उन्मुख करता है। भारत और पश्चिम के साहित्य - चिन्तन की परम्पराओं पर गहन चिन्तन करने वाले अज्ञेय में एक उजली आधुनिक भारतीयता का निवास है - एक ऐसी भारतीयता जो मानव को स्वाधीन - चिन्तन और मानव - मुक्ति का सन्देश देती है। हिंदी भारतीय सभ्यता, संस्कृति और समाज की भाषा है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि इक्कीसवीं सदी में कोई भी भाषा ऐसी नहीं है, जिसको चुनौतियां का सामना नहीं करना पड़ रहा । हालांकि किसी भाषा के सामने चुनौतियां कम है और किसी के सामने ज्यादा हैं। आज हम सभी जानते हैं कि हिंदी अपनी पहचान बनाए रखने के लिए बहुत सारी मुश्किलों और चुनौतियों का सामना कर रही है। जिन पर खासतौर से ध्यान देने की जरूरत है। बीसवीं सदी की दहलीज लांघ कर आज हम इक्कीसवीं सदी में प्रवेश कर चुके हैं। यह मात्र कैलेंडर के पन्ने पलटने की क्रिया नहीं, अपितु हमारी समूची मानसिकता, हमारे भाव विश्व, बुद्धि-जगत एवं हमारे नजरिये में चल रही मंथन प्रक्रिया का आधुनिक युग के परिप्रेक्ष्य में बहुआयामी अवलोकन करने का समय है।
मुख्य बिंदु : संस्कृति , वैश्वीकरण , टेक्नालॉजी , प्रश्नाकुलताओं
Keywords:
मुख्य बिंदु : संस्कृति , वैश्वीकरण , टेक्नालॉजी , प्रश्नाकुलताओं
Cite Article:
"इक्कीसवीं सदी में साहित्य : विश्लेषण ", International Journal of Novel Research and Development (www.ijnrd.org), ISSN:2456-4184, Vol.8, Issue 4, page no.d6-d9, April-2023, Available :http://www.ijnrd.org/papers/IJNRD2304302.pdf
Downloads:
000118750
ISSN:
2456-4184 | IMPACT FACTOR: 8.76 Calculated By Google Scholar| ESTD YEAR: 2016
An International Scholarly Open Access Journal, Peer-Reviewed, Refereed Journal Impact Factor 8.76 Calculate by Google Scholar and Semantic Scholar | AI-Powered Research Tool, Multidisciplinary, Monthly, Multilanguage Journal Indexing in All Major Database & Metadata, Citation Generator
Facebook Twitter Instagram LinkedIn